जनता

तुम्हारे हर काम का मैं क्यों सराहना करूं,
ग़लत को ग़लत नहीं, तो और क्या कहूं।
तुम्हें चुना है हमने,
फिर अपने सवाल किससे करूं।

टिप्पणियाँ

हत्या कहूं या मृत्यु कहूं

हां साहब ! ये जिंदगी

ऐलै-ऐलै हो चुनाव क दिनमा

अलविदा 2019 !