लोग

नगर-नगर हर डगर चले लोग,
अपनी परछाइयों से पीछा छुड़ाने को लोग,
खो गये भीड़ में कहीं,
अब अपने आप को ढूंढ़ते हैं लोग।
प्रियदर्शन कुमार

टिप्पणियाँ

हत्या कहूं या मृत्यु कहूं

हां साहब ! ये जिंदगी

ऐलै-ऐलै हो चुनाव क दिनमा

अलविदा 2019 !